Saturday, September 5, 2009

झूटी हसी, झूठा प्यार.



झूटी हसी, झूठा प्यार।
झूटी हसी, झूठा प्यार।
आशियाने तो कबके उजड़गए,
आशियाने तो कबके उजड़गए।
जो अब टूटी वोह तोह बस, है दीवार।
झूटी हसी, झूठा प्यार।

- दुर्गेश गुप्ता